à¤à¤¾à¤°à¤¤ के हिंदी के शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ कथाकारों की 21 शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ कहानियांठलेखक ने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ चà¥à¤¨ कर दी हैं। इस शृंखला में हिंदी के सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ लेखकों की रचनाà¤à¤ छापी गई हैं। कहानियों के ये संकलन लेखक की à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤ à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ और साहितà¥à¤¯ को सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करता है। उरà¥à¤¦à¥‚ à¤à¤¾à¤·à¤¾ के पà¥à¤°à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¤ कहानीकार सआदत हसन मंटो विशà¥à¤µ कथा साहितà¥à¤¯ का à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ नाम हैठजिससे साहितà¥à¤¯ की समठऔर पà¥à¤°à¥‡à¤® रखने वाला पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• पाठक परिचित है। मंटो ने अपने जीवन काल में समाज की जिस गंदगी और घिनौनेपन का अनà¥à¤à¤µ किया तथा जिंदगी के जहर को महसूस कियाठउसे ही अपनी कहानियों में उतारा। मंटो की कहानियां à¤à¤• अरà¥à¤¥ में मनोवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• सनसनी पैदा करने वाली कहानियां हैं। इसमें समाज के दलितठउतà¥à¤ªà¥€à¥œà¤¿à¤¤ लोगों की मजबूरियों व उनके दà¥à¤ƒà¤–-दरà¥à¤¦ को पूरी ईमानदारी से उकेरने की कोशिश की गई है । उनके वरà¥à¤£à¤¨ से जो धà¥à¤µà¤¨à¤¿ निकलती हैठवह असाधारण रूप से जीने-मरने की कला और इन दोनों के बीच संघरà¥à¤· को वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करती है। उनकी कहानियों के मà¥à¤–à¥à¤¯ पातà¥à¤° वे यातना à¤à¥‹à¤—ती आतà¥à¤®à¤¾à¤à¤‚ है जो कमजोर जिसà¥à¤® लेकर à¤à¥€ अपने फौलादी इरादों के बल-बूते पर कटà¥à¤Ÿà¤° समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ के खिलाफ लड़ती हैं । शà¥à¤®à¤‚टो की 21 सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ कहानियांशॠमें उनकी शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ कहानियों को चà¥à¤¨à¤¨à¥‡ की कोशिश की गई है जो दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में अनà¥à¤¦à¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆ हैं । आशा है कि यह संकलन पाठकों को बेहद पसंद आà¤à¤—ा।
21 Shresth Kahaniyan Sadat Hasan Manto